Bikash parajuli stories download free PDF

मोहब्बत के वो दिन - 3

by Bikash parajuli
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कॉलेज का दिन हमेशा जैसा नहीं था। आज हल्की धूप थी, हवा में नमी कम और कैंपस में एक ...

मोहब्बत के वो दिन - 2

by Bikash parajuli
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सुबह का मौसम शांत था। आसमान हल्का धुंधला, हवा नम और ठंडी। कॉलेज की घंटी बजने में अभी कुछ ...

मोहब्बत के वो दिन - 1

by Bikash parajuli
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पहली नज़रशहर की वही पुरानी, भीड़ से भरी सुबह। बस स्टॉप पर खड़े लोग ऑफिस और कॉलेज के टाइम ...

ज़ुबिन गर्ग की कहानी – सुरों का जादूगर असम का

by Bikash parajuli
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Chapter 1 – The Beginning: A Boy with a Dreamसाल था 1972, असम के खूबसूरत इलाके जोरहाट (कुछ कहते ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 10

by Bikash parajuli
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अर्जुन ने नौ कठिनाइयों पर विजय पाई थी।मोह, अकेलापन, क्रोध, प्रलोभन, आलस्य, भय, अहंकार और संशय—ये सब उसके सामने ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 9

by Bikash parajuli
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अर्जुन ने अब तक कई आंतरिक शत्रुओं पर विजय पाई थी – मोह, क्रोध, प्रलोभन, अकेलापन और अहंकार।गाँववाले उसकी ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 8

by Bikash parajuli
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अर्जुन अब तक सात कठिन परीक्षाएँ पार कर चुका था। मोह, अकेलापन, क्रोध और प्रलोभन—सब पर उसने विजय पाई ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 7

by Bikash parajuli
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अर्जुन अब तक मोह, अकेलेपन और क्रोध की परीक्षाओं से गुजर चुका था। हर बार वह और मजबूत होकर ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 6

by Bikash parajuli
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मोह और अकेलेपन की परीक्षा पार करने के बाद अर्जुन का आत्मबल बढ़ चुका था। वह अब शांत, संयमी ...

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 5

by Bikash parajuli
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मोह के जाल को जीत लेने के बाद अर्जुन को लगा कि अब उसकी साधना आसान हो जाएगी। परंतु ...